Thursday 4 June 2015

मैगी का सच सामने आना तो शुरुआत है...

राजीव भाई चले गए कहते कहते कि मैगी और इस तरह के सभी प्राॅडक्ट स्वास्थ के लिए हानिकारक है, जहरीले है.......मगर..अब जब मैगी को जाँच के बाद हानिकारक पाया गया है, और मैगी का प्रचार करने वालो पर भी जुर्म दर्ज किया गया है तो लगे हाथ हॉर्लिक्स, बॉर्न्विटा, कॉम्प्लान को भी जाँच परख के पता लगा ही लेना चाहिए क्या वाकई इनको पीने के बाद बच्चे वाकई में एक्स्ट्रा आर्डिनरी टैलेंटेड बन जाते हैं, या फिर ये भी महज़ एक छलावा है??

डिओड्रेंट लगाने से अगर लड़की ना पटे तो उस पे भी एक चार सौ बीसी का केस तो बनता ही है...
ये न्यूज़ चैनल वाले निर्मल बाबा टाइप बाबाओ का जो शो दिखाते हैं, भगवान के नाम पर जनता को डरा डरा के जो यन्त्र बेचते हैं अगर उसमे बताये उपायों को आज़माने से भी लाभ न मिले तो एक साथ हज़ारो लाखो लोगो को ठगने का एक केस इन बाबाओ और न्यूज़ चैनल्स पे भी बनता है...है कि नहीं ?

ये जो गोरा बनाने वाली क्रीम हैं, इनमे कौन कौन से केमिकल मिलाये जाते है और क्या वाकई में इस से कोई गोरा हो पाता है, एक जाँच इनके खिलाफ भी बनती है,
सही ढंग से जाँच करायी जाये तो यहाँ सत्तर प्रतिशत प्रोडक्ट ऐसे मिलेंगे जो पूरी दुनिया को छोड़ के सिर्फ भारत में खपाए जाते हैं, क्योंकि यहाँ टीवी पे ऐड आया नहीं कि हम दुकान कि तरफ दौड़ लगा देते हैं,
और अब जब शुरुवात मैगी से हो ही गयी है तो क्यों न हर ऐसे उत्पाद और ऐसे उत्पादों के विज्ञापन दिखाने वाले चैनल्स के खिलाफ एक तगड़ी मुहीम छेड़ी जाये, करना ज्यादा कुछ नहीं है, सरकार को सुझाव अब फेसबुक और ट्विटर पर भी दिए जा सकते हैं, तो अपने अपने सुझावों से सरकार को अवगत कराना शुरू करिये,
और अगर कोई उत्पाद मानकों पर खरा नहीं उतरे तो उस कंपनी पर पेनाल्टी इतनी तगड़ी होनी चाहिए कि उनके आने वाली कई पीढ़ियाँ लोगो को ठगने से पहले पुराना बही खाता देख ही कांप जाये...

वंदे मातरम्...
-पारस